"मुद्दत के बाद उसकी आँखों में नूर दिखा होगा
मेरा क़त्ल के बाद वो मशहूर हो गया होगा
सितम करता था वो हर सांस पर मेरी
अब तक तो जिस्म ज़ख्मो से चूर हो गया होगा
उसकी निगाहें नाज़ का क्या कहना
जिसने भी देखा होगा नशे में डूब गया होगा
मैकदे से अब तुम उठ चलो
रोज़ यूँही लडखडाना अब तो दस्तूर हो गया होगा "
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